बुलंदशहर /बुगरासी । मंगलवार को दुर्गा मंदिर मे हो रही श्रीमद भागवत कथा मे वृन्दावन से आये कथावाचक लक्ष्मी नारायण तिवारी जी सुखदेव के जन्म की कथा सुनाते हुए दर्शकों को बताते है कि शंकर भगवान माता पार्वती को अमर होने की कथा कैलाश परवत पर सुनाते हैं लेकिन माता पार्वती कथा सुनते सुनते सो जाती हैं तो भोले नाथ कहते तो कथा कौन सुन रहा था तो वो बताती है कि कथा सुखदेव जी सुन रहे थे ।शंकर भगवान ने सोचा वो तो अमर हो जायेगा।उनको मारने के लिये व्याज जी को उसके पीछे दौडाया ।
व्याज जी के पहुचने से पहले ही सुखदेव जी व्याज की की पत्नी पिंगला के गरभ मे प्रवेश कर जाते हैं।12 वर्ष बाद सुखदेव जी ने व्याज जी की पत्नी पिंगला के गरभ से जन्म लिया।सभी मौजूद महिला पुरूषों ने ध्यान पूर्वक सुखदेव जी के जन्म की कहानी को सुन भावविभोर हो गये।इस मौके पर सिंगर रवि तिवारी विष्णु शर्मा मूलचंद शर्मा आचार्य प्रवीण कृष्ण भारद्वाज जितेन्द्र तिवारी नरेश जिन्दल पवन मित्तल प्रवीन गोयल अमित सिंहल पुनीत तायल राजू लोधी शिवकुमार सौनी विकास सिंहल राजेस सौनी आशु सौनी आदि सहित कई दर्जन श्रोताओ ने ज्ञान गंगा मे डुबकी लगाई।